Morning Habits of
Successful People
दोस्तों आप अपना भविष्य तो नहीं बदल सकते लेकिन आप अपनी आदतें जरूर बदल सकते हो और निश्चित रूप से आप की यही आदतें आपका भविष्य बदल देगी सपने वो नहीं होते जो हम नींद में देखते हैं बल्कि सपने वह होते हैं जो हमें नींद नहीं आने देते जब हम सोते हैं तो हमारा शरीर मृत शरीर के समान होता है और जब हम उठते हैं तो हमारा एक नया जन्म होता है और इस नए जन्म के साथ ही हमें अपने जीवन की शुरुआत करना चाहिए अपने दिन को अपने जीवन को एक नई दिशा देनी चाहिए दिन में पूरे 24 घंटे में सबसे ज्यादा खूबसूरत और सबसे ज्यादा ऊर्जावान और जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला समय सुबह का होता है और इस सुबह के समय में जिन आदतों को आप अपने जीवन में अपनाओगे वास्तव मैं वो आदतें आपके पूरे दिन को नहीं बल्कि आपके पूरी जिंदगी को भी प्रभावित करेगी और आपके लक्ष्यों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है आपकी सफलता और असफलता में सुबह की आदतों का महत्वपूर्ण योगदान होता है आज मैं आपको सुबह की ऐसी आदतों के बारे में बताऊंगा जिसे अगर आपने अपने जीवन में अपना लिया तो आप अपने आज को और अपने आने वाले हर पल को अपने जीवन को बदल सकते हो और अपने जीवन में वो सब कुछ आप हासिल कर सकते हो जो आप हासिल करना चाहते हो तो आइये जानते है सफल लोगो की आदतें Morning Habits of Successful People.
Read More- मन का मंत्र – Man Ko Control Kaise Kare
आपकी अभी की आदतें ही आपके भविष्य का निर्माण करते हैं /Morning Habits of Successful People
1.हमें जल्दी यानी सूर्य की किरणों के साथ ही उठ जाना चाहिए जब सूर्य की किरणें निकलती है
एक बार की बात है महात्मा गौतम बुद्ध अपने सभी शिष्यों को आश्रम में उपदेश दे रहे थे उसी क्यों को जीवन में अपनाई जाने वाली सुबह की आदतों के बारे में बता रहे थे वह उनको बता रहे थे कि इस प्रकार की आदत अपना कर हम अपने हर दिन को और अपने पूरे जीवन को बेहतर बना सकते हैं फिर महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों से कहते हैं कि हमें जल्दी यानी सूर्य की किरणों के साथ ही उठ जाना चाहिए जब सूर्य की किरणें निकलती है तो पूरी प्रकृति को ऊर्जा प्रदान करती हैं और हमें भी ऊर्जा का आनंद उठाना चाहिए जो व्यक्ति देर से उठता है और सूर्य की ऊर्जा को ग्रहण नहीं कर सकता और पूरे दिन नीरस रहता है उसका पूरा दिन अलग से भरा रहता है फिर महात्मा गौतम बुद्ध पहली आदत बताते हुए शिष्यों से कहते हैं
2.हमें सुबह उठते ही सबसे पहले सभी को आभार प्रकट करना चाहिए
चाहे हमारा कल कैसा भी हो कैसा भी बीता हो लेकिन हमें आज की शुरुआत सकारात्मक बातों के साथ ही करनी चाहिए हमें सुबह उठते ही सबसे पहले सभी को आभार प्रकट करना चाहिए हमें उन लोगों का धन्यवाद करना चाहिए जिन लोगों ने हमारे बुरे समय में मदद की है हमें उस परमपिता परमेश्वर को धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने हमें यह स्वस्थ शरीर प्रदान किया है हमारे अंदर किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है हम स्वयं चल सकते हैं बोल सकते हैं सुन सकते हैं इस प्रकृति की सुंदरता को देख सकते हैं चिड़िया के चहचहाना के आवाज को सुन सकते हैं नदियों के बहने की आवाजों को सुन सकते हैं क्योंकि बहुत से लोगों ने तो यह देखा भी नहीं होगा क्योंकि उनके आंख नहीं है कुछ लोगों को ने कुछ लोगों ने इसे सुना भी नहीं होगा क्योंकि उनके कान नहीं है बहुत से लोग तो चल भी नहीं पाते हैं क्योंकि उनके पैर नहीं है हमें परमात्मा का आभार प्रकट करना चाहिए की उन्होंने हमें इस काबिल बनाया है कि हम अपना काम स्वयं कर सकते हैं किसी और पर हमें निर्भर नहीं रहना पड़ता जबकि बहुत से लोगों को चलने के लिए भी दूसरों का सहारा लेना पड़ता है और दूसरों के ऊपर निर्भर रहते हैं हमें इस प्रकृति को अपने आसपास की चीजों का धन्यवाद करना चाहिए जिन्होंने हमारे जिंदगी को इतना सुंदर बनाया है यह रंग बिरंगे फूल जो हमें खुशबू प्रदान करते हैं वह नदी जो हमें पीने का पानी उपलब्ध कराती है यह पेड़ पौधे यह शुद्ध हवा या फल हमें इस प्रकृति से प्राप्त होते हैं हमें इन सब का आभार प्रकट करना चाहिए इनको धन्यवाद देना चाहिए इन सब ने मिलकर हमारे जीवन को बेहद ही खूबसूरत बनाया है
3.हमें ध्यान करना चाहिए
हमारे मन के भीतर कई तरह के विचार चलते रहते हैं विचारों का एक कोलाहल मचा रहता है हम नहीं चाहते फिर भी हमारे मन में कोई ना कोई विचार आ ही जाता है और इन विचारों के कारण ही हम तनाव महसूस करते हैं हमें इन विचारों को शांत करना होगा और हम इन विचारों को और हम इन विचारों को ध्यान के माध्यम से ही रोक सकते हैं इसके लिए हमें एक शांत जगह पर बैठ जाना है और अपनी आती जाती सांसों पर ध्यान लगाना है हमें इस बात हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हम किस नाक से सांस ले रहे हैं और किस नाक से छोड़ रहे हैं शरीर के कौन–कौन से अंग अंगूर से उससे हमारी सांसे टकरा रही है जब हम अपना ध्यान हमारी पूरी सांसो पर लगाएंगे तो हमारा मन एक जगह पर केंद्रित हो जाएगा और भटकना बंद कर देगा और जब हमारा मन एक जगह पर केंद्रित हो जाता है तो हमारे मन को एक नई ऊर्जा प्रदान होती है और वही ऊर्जा हमारे दिल दिन को उत्साह से भर देती है और खुशी प्रदान करती है ध्यान करने से हमारा दिमाग स्वस्थ हो जाता है हमारे मन के सारे विचार खत्म हो जाते हैं और दिल में हम जब भी कोई कार्य करने वाले होते हैं तो उसके लिए हमें निर्णय लेने में भी बड़ी आसानी होती है और हम सही और अस्पष्ट फैसले ले पाते हैं और अपने काम को पूरे लगन वामन के साथ पूरा कर पाते हैं हमारा पूरा दिन तनावमुक्त रहता है
4.हमें रोजव्यायाम करना चाहिए
इसके बाद महात्मा गौतम बुद्ध अपने सभी शिष्यों को तीसरी आदत बताते हैं कि आभार प्रकट करने के बाद और ध्यान करने के बाद तुम्हें व्यायाम करना चाहिए
हमारे शरीर के लिए जितना जरूरी भोजन और पानी है उतना ही जरूरी व्यायाम भी है व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है और हमारा मन प्रसन्न रहता है व्यायाम करने से हमारे शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से कार्य करते हैं हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं कार्य को करने की शक्ति प्रदान करते हैं जिससे हम अपने कार्य को आसानी से पूरा कर पाते हैं और हमें थकान का अनुभव भी नहीं होता है जिससे हम बिना थके पूरे कार्य को जल्द से जल्द पूरी कर पाते हैं व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ व निरोगी रहता है हमें किसी भी प्रकार का कोई रोग नहीं होता है हमारे पास चाहे जितनी भी धन दौलत हो यह सुख सुविधा ही क्यों ना हो अगर हमारा शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो हम किसी भी सुख सुविधा का आनंद नहीं ले पाएंगे अगर हमारा शरीर किसी भी रोग से ग्रस्त हो जाएगा तो फिर उसे यह धन दौलत भी ठीक नहीं कर पाती है स्वस्थ शरीर सुखी जीवन की निशानी है स्वस्थ शरीर सुखी जीवन की निशानी है इसको हैडलाइन करना है जितना हम अपने शरीर को कष्ट देंगे उतना ही हमारा शरीर हमें सुख प्रदान करेगा और जितना हम अपने शरीर को आराम देंगे उतना ही यह हमें कष्ट प्रदान करेगा इसीलिए हमें नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए व्यायाम करने से हम पूरे दिन प्रसन्न रहते हैं और अपने सभी कार्यों को आसानी से कर पाते हैं व्यायाम करने से हमें दीर्घायु प्राप्त होती है और हम लंबे समय तक युवा नजर आते हैं जो लोग व्यायाम नहीं करते समय से पहले ही वृद्ध नजर आने लगते हैं|
5.अपने पूरे दिन की दिनचर्या लिखनी है
इसके बाद गौतम बुद्ध अपने शिष्यों को सुबह की चौथी आदत बताते हुए कहते हैं आभार व्यक्त करने के बाद ध्यान करने के बाद और फिर व्यायाम करने के बाद तुम्हें एक कागज और एक कलम उठानी है और उस कागज और उस कलम से अपने पूरे दिन की दिनचर्या लिखनी है
अपने सभी कार्यों को लिखना है जो उस दिन आप करोगे और उन सभी कार्यों का समय निर्धारित करें जिससे आप एक निश्चित समय में अपने सभी कार्यों को पूर्ण कर पाएंगे और आपका कोई भी कार्य नहीं छूटेगा और एक बात का और ध्यान रखें आप अपने उन कार्यों में एक ऐसा कार्य जरूर लिखें जिसमें तुम किसी व्यक्ति या पशु की निस्वार्थ भावना से मदद करोगे जैसे कि किसी गरीब को भोजन खिला दिया किसी पशु को घास डाल दे या फिर उसे पानी पिला दिया ऐसा करने से तुम्हें शांति प्राप्त होगा और जब तुम्हारा पूरा दिन खत्म हो जाएगा तो तुम्हें एक अलग ही खुशी का अनुभव होगा कि आज मैंने एक अच्छा कार्य किया है आज मैंने किसी की निस्वार्थ भाव से मदद की है आज का दिन मेरा बहुत ही अच्छा थामेरा कोई भी कार नहीं छोटा मैंने आज का दिन बहुत ही अच्छे से जिया
6.तुम्हें कोई प्रेरणादायक ग्रंथ पढ़ना चाहिए
फिर महात्मा बुध फिर महात्मा गौतम बुद्ध अपने सभी साथियों को सुबह की पांचवी आदत बताते हैं और कहते हैं
आभार व्यक्त करने के बाद ध्यान करने के बाद व्यायाम करने के बाद और अपने विचारों को कागज पर लिखने के बाद तुम्हें कोई प्रेरणादायक ग्रंथ पढ़ना चाहिए जब तुम उन प्रेरणादायक ग्रंथ को पढ़ते हो तो तुम्हें उन ग्रंथों से प्रेरणा मिलती है कुछ नया सीखने को मिलती है और उसी के तुम्हें अपने जीवन में कहीं ना कहीं कभी ना कभी काम अवश्य आएगी हमें रोज कुछ ना कुछ नया सीखने को मिलता है और हमें रोज कुछ ना कुछ नया सीखना भी चाहिए
7.तुम्हें अपने
आपसे बातें करनी है
जब हम यह प्रेरणा जब तुम यह प्रेरणादायक ग्रंथ पढ़ लो उसके बाद तुम्हें अपने आपसे बातें करनी है दूसरों से तो हम हमेशा बातें करते हैं लेकिन कभी अपने से बात करने का मौका ही नहीं मिलता इसीलिए हमें अपने आप से बातें करने चाहिए क्योंकि आपको आप से बेहतर कोई नहीं समझ सकता इसीलिए अपने आपको धन्यवाद देना चाहिए अपने आप से कहना चाहिए कि मैं कितना अच्छा हूं मैं बहुत ही खुश हूं मैं हर कार्य को कर सकता हूं कोई भी कार्य मेरे लिए असंभव नहीं है मैं हर परेशानी से लड़ सकता हूं जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसे पाकर रहूंगा चाहे कुछ भी हो जाए मैं उसे हासिल करके ही रहूंगा मैं किसी से नहीं डरता
निष्कर्ष/Conclusion
दोस्तों हमारे जीवन की यह छोटी–छोटी आदतें हमारे जीवन को एक नई दिशा प्रदान करेगी जब आप इन आदतों के साथ अपने दिन की शुरुआत करोगे तो फिर आपका हर दिन बेहतर रहेगा और आप हर दिन पूरे दिन प्रसन्न और खुश रहोगे दोस्तों यह छोटी–छोटी दिखने वाली पांच आदतें हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालती है आदतों को अपनाकर हम अपने हर दिन को सुखमय बना सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं|