Happy Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी 2024

Happy Ganesh Chaturthi हिन्दू धर्म के त्योहारों में से एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो की हिन्दू चंद्र माह भाद्रपद में शुक्ल चतुर्थी के चौथे दिन पड़ती है | हर साल यह त्यौहार अगस्त या सितम्बर में पड़ती है | देश भर में इस दिन भगवान गणेश जी की विशेष पूजा होती है उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, बिहार आदि राज्यों में गणेश जी का ये त्यौहार मनाया जाता है लेकिन गोवा और महारष्ट्र में यह त्यौहार सबसे ज्यादा मनाई जाती है और वहा पर कुछ अलग ही तरह का नजारा होता है | यहाँ पर गणपति त्यौहार आने से बहुत दिन पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती है | अलग-अलग तरह के पंडाल बनाये जाते है बड़ी-बड़ी मुर्तिया बनाई जाती है | गणेश उत्सव के समय पर यहाँ पर लोग बहुत दूर-दूर से आते है उत्सव देखने के लिए | भगवान श्री गणेश जी का जन्मोत्सव के रूप में 10 दिनों का उत्सव मनाया जाता है | जिस दिन गणेश चतुर्थी शुरू होती है उस दिन बप्प को घर पर लाया जाता है और 10 दिनों तक उनकी विधि विधान से पूजा पाठ किया जाता है महाराष्ट्र में लगभग सभी घरों में बाप्पा जी को लाया जाता है और सबसे बड़े गणपति बाप्पा जो होते है वो है लाल बाग के राजा | बाद में अनंत चतुर्थी के दिन उनका विसर्जन किया जाता है | तो चलिए दोस्तों Happy Ganesh Chaturthi (गणेश चतुर्थी) के बारे में विस्तार से जानते है |

Happy Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी (Happy Ganesh Chaturthi) कैसे मनाई जाती है?

गणेश चतुर्थी (Happy Ganesh Chaturthi)10 दिनों तक बहुत हर्ष और उल्लाश के साथ मनाया जाता है गणेश चतुर्थी जिस दिन से शुरू होती है उस दिन सभी लोग अपने-अपने घरो में गणेश जी की मूर्ति लाते है और विधि विधान से सुबह और शाम में पूजा पाठ करते है | सभी मंदिरों में इस दिन विशेष पूजा की जाती है | किसी भी कार्य को करने से पहले सबसे पहले गणेश जी पूजा की जाती है क्योकि ऐसा करने शुभ होता है और वो कार्य अच्छे से संपन्न होता है | गणेश जी को मिठाइयों में सबसे ज्यादा मिठाई मोदक पसंद है | इस त्योहार को सार्वजनिक जगहों पर लोग इकट्ठा होकर बड़े ही धूम धाम से मनाते है और आनंद उठाते है |

क्रोध करने वाला खुद भी जलता है और दूसरों को भी जलाता है

कोन कोन से राज्य में गणपति मनाई जाती है?

गणेश चतुर्थी का त्यौहार महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात समेत कई राज्यों में मणि जाती है जैसे – मध्यप्रदेश, आँध्रप्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड जैसे और भी कई राज्यों में मनाया जाता है पर महारष्ट्र, गोवा, गुजरात और कर्णाटक जैसे राज्यों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है |

गणेश चतुर्थी (Happy Ganesh Chaturthi) गणेश पूजा कैसे मनाई जाती है?

भारत के कुछ जगहों पर जैसे महाराष्ट्र, आँध्रप्रदेश, गुजरात और पुणे में गणेश उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाता है | अलग-अलग पंडालों में, स्कूलों में, कम्पनियों में और लोग अपने-अपने घरों में गणेश जी मुर्तिया अस्थापित करते है और विधि विधान से इनकी पूजा पाठ करते है | यह एक सार्वजानिक अवसर होता है लोग एक दूसरे से मिलते है और गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई देते है | इस दिन स्कूलों में छुट्टी रहती है | इस दिन सभी लोग अच्छे वस्त्र धारण करते है और गणेश उत्सव का आनंद लेते है |

गणेश चतुर्थी (Happy Ganesh Chaturthi) क्यों मनाई जाती है?

गणेश चतुर्थी भगवान श्री गणेश जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य के रूप में मनाया जाता है | जिन्हे भगवान शिव और देवी पार्वती जी की संतान माना जाता है | गणेश उत्सव मनाने के पीछे कई हिन्दू पौराणिक कथाएं प्रचलित है | माना जाता है की भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था |  इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है |

गणेश उत्सव का महत्त्व क्या है?

भगवान श्री गणेश जी को समृद्धि, सौभाग्य और ज्ञान के देवता माना जाता है | इसलिए जब भी हर साल गणेश चतुर्थी आती है तो लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति अस्थापित करते है और विधि विधान से पूजा करते है जिससे घर में सुख समृद्धि का वास हो | इस कई लोग व्रत भी रखते है और गणेश जी को पूजा पाठ करते है ताकि गणेश जी प्रशन्न हो और उनके जीवन में सुख समृद्धि बना रहे | गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाता है |

जिंदगी में कभी भी उम्मीद का साथ मत छोड़ना

अनंत चतुर्दशी क्या है?

भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है | इस व्रत में भगवान विष्णु जी की पूजा करने का विधान होता है | अनंत चतुर्दशी को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है | इसी दिन गणेश उत्सव का समापन होता है और इसी दिन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न होता है और भगवान  विष्णु की अनंत स्वरुप की पूजा की जाती है | माना जाता है की अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से जीवन के सभी कष्टों का अंत होता है और प्रत्येक व्यक्ति को अनंत सुख मिलता है |

गणेश चतुर्थी का इतिहास?

माना जाता है की भारत में मुगल साशन के दौरान अपनी सनातन संस्कृति को बचाने के लिए छत्रपति शिवाजी ने अपनी माता जीजाबाई के साथ मिलकर गणेश चतुर्थी यानि गणेश उत्सव की शरुआत की थी |

गणेश चतुर्थी पर क्या अनुष्ठान किये जाते है?

गणपति प्रतिमा की अस्थापन – गणेश चतुर्थी की शरुआत भगवान गणेश जी की दिव्य मूर्तियों की अस्थापना के साथ शुरू होती है जो घरों में पंडालों में मूर्तियों को प्राणप्रतिष्ठा पूजा के साथ अस्थापित की जाती है|

प्रार्थना – फूल, दीपक, कुमकुम से भरी थाली के साथ मन्दिरो में सार्वजानिक स्थानों पर सुबह शाम पूजा, अर्चना, साधना और प्रार्थना की जाती है और कुछ सभा आयोजित की जाती है |

मोदक बनाना – मान्यता है की भगवान गणेश जी को मिठाइयों में सबसे ज्यादा प्रिय मोदक है इसलिए प्रसाद के रूप में मोदक मिठाई का भोग लगाया जाता है साथ में और भी बहुत सारी मिठाइयां शामिल होती है |

विशेष प्रदर्शन – भगवान गणेश जी के कुछ सार्वजानिक स्थानों पर नृत्य संगीत नाटक का प्रदर्शन किया जाता है |

विसर्जन – आखरी दिन मूर्ति को जल में विसर्जित किया जाता है |

  • कब है गणेश चतुर्थी 2024 में?

2024 में, गणेश चतुर्थी 7 सितम्बर को है दिन शनिवार है |

  • अनंत चतुर्दशी कब है?

अनंत चतुर्दशी 16 सितम्बर को है |

 

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