Motivational Story In Hindi – सीधे पेड़ जल्दी काट लिए जाते है
Motivational Story In Hindi – ज़्यादा सीधे मत बनो सीधे पेड़ जल्दी काट लिए जाते है आज की कहानी के माध्यम से आपको कुछ ऐसे तरीके पता चलेंगे जिनसे आप धोखा खाने से खुद को बचा सकते हैं भावनात्मक रूप से कमजोर आदमी का लोग हमेशा फायदा उठाते रहते हैं हम सब ने देखा होगा अपने आसपास जो भी इंसान नर्म दिल का होता है यानी कि भावनात्मक रूप से करुणावान होता है वह अपनी करुणा बस दूसरों की सहायता तो कर देता है लेकिन बदले में उसे हमेशा धोखा ही मिलता है तो क्या एक इंसान को भावनात्मक नहीं होना चाहिए क्या उसे दूसरों पर भरोसा नहीं करना चाहिए दूसरों की सहायता नहीं करनी चाहिए क्या करुणावान और संवेदनशील होना गुनाह है कोई गलती है पाया तो यह जाता है कि कोई संवेदनशील आदमी दिल का अच्छा होता है|
Motivational Story In Hindi – सीधे पेड़ जल्दी काट लिए जाते है
दूसरों की सहायता करता है दूसरों का ख्याल रखता है दूसरों से प्रेम करता है प्रेम भी तो एक संवेदना ही है वह भी तो एक भावना का रूप है तो क्या प्रेम करना भी गलत हो जाता है और यह तो आप सबको पता होगा कि प्रेम तो अध्यात्मिक साधना का एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है तो किस प्रकार एक इंसान समाज में संवेदनशील करुणावान और दयालु यानी कि एक अच्छा आदमी बन कर रह सकता है ताकि लोग उसका फायदा भी ना उठा पाए और वह अपने मन की अच्छाई अपने मन की कोमलता करुणा सब कुछ बरकरार भी रख सके|
एक बार एक युवा लड़का जंगल के पेड़ों पर मुक्के मार रहा था वह बड़े जोर जोर से मुक्के मार रहा था वह अपने मन का गुस्सा निकालने की कोशिश कर रहा था शायद उसको किसी ने धोखा दिया था या फिर उसके साथ बहुत बुरा हुआ था जिससे वह बहुत ज्यादा परेशान था उसे कहीं भी शांति नहीं मिल रही थी वह लगातार उस पेड़ पर मुक्का मार रहा था जिससे उसकी उंगलियां लहूलुहान हो चुकी थी
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उसी जंगल में एक शीतल पानी का झरना था वहां पर एक भिछु रोज संध्या समय स्नान करने आया करते थे यह उनका नित्य का नियम था आज जब वह भिछु इस रास्ते से स्नान करने के लिए उस जंगल में आया तो उसने उस लड़के की हालत देखी वह जोर-जोर से चीख रहा था रो रहा था और लगातार मुक्के मारे जा रहा था
उस लड़के के आसपास कोई मौजूद नहीं था इससे उस भिछु को उस युवक की चिंता होने लगी उसने सोचा कि कहीं मैं इसे ऐसे ही छोड़ दूं और कहीं ये आत्महत्या कर ले तो ऐसे विचार आने के बाद भी भी वह कुछ नहीं बोला और लगातार उस युवक की तरफ देखे जा रहा था भिछु एकदम चुपचाप खड़ा हुआ था उसने युवक से कुछ नहीं बोला कुछ नहीं कहा बस वह उसको लगातार देखता रहा कुछ देर तक तो उस युवक ने उस भिछु को नजर अंदाज किया
लेकिन कुछ देर बाद उसे अजीब सा लगने लगा उसने सोचा ना तो यह मुझे रोक रहा है और ना ही कुछ कह रहा है यह तो बस मुझे देखे जा रहा है इसका क्या मतलब है बड़ा अजीब आदमी है ऐसे ही विचार उस लड़के के मन में उठने लगे थे जब कुछ देर बाद भी वह भिछु कुछ नहीं बोला तो लड़के ने अचानक से उससे पूछा कि महाशय आप अपने रास्ते क्यों नहीं चले जाते
आपको क्या मतलब आप खड़े हुए मुझे देख क्यों रहे हैं भिछु ने बड़े शांत स्वर में कहा कि मैं तुम्हें रोक नहीं रहा हूं तुमसे कुछ कह नहीं रहा हूं तो मुझसे तुम्हें क्या परेशानी है मेरे ही तरह है यह पेड़ पौधे यह पक्षी यह सब तुम्हें तो देख ही रहे हैं जब इन से तुम्हें कोई परेशानी नहीं है तो मुझसे क्यों परेशानी है यह सुनकर और लड़का जोर से चीख कर बोला मुझे सब से परेशानी है मैं सब से नफरत करता हूं यहां पर सब धोखेबाज गद्दार होते हैं कोई किसी का नहीं होता इस दुनिया में और इस तरह बोलते बोलते वह फूट-फूट कर रोने लगा और रोए जा रहा था और भिछु उसे देखे जा रहा था
वो उसे चुप करने की कोशिश भी नहीं कर रहा था यह बात तो उस लड़के को और ज्यादा अजीब लगी अब रोना छोड़ कर उस लड़के ने सीधे खड़े होकर उस भिछु से कहा बड़े अजीब आदमी है आप आपके सामने कोई इंसान रहा है दुख ही है परेशान है और आप उसे चुप भी नहीं कर सकते
आपके मन में बिल्कुल भी संवेदना नहीं है बड़े अजीब और कठोर हृदय वाले साधु हैं आप आपको अपने साधु होने पर खेद होना चाहिए और ऐसे ही ना जाने क्या-क्या जली कटी बातें वो युवक उस भिछु को सुनाने लगा कुछ देर बाद जब युवक की सारी भड़ास निकल चुकी थी तब भिछु ने बड़े ही शांत स्वर में कहा कि आज मैं तुम्हें कंधा दे सकता हूं तुम्हारे आंसू पोछ सकता हूं लेकिन इससे तुम्हारी समस्या का समाधान नहीं होगा कुछ देर के लिए तुम्हारा मन बहल जाएगा बस उसके बाद वही जिंदगी वही लोग जो तुम्हें आज कंधा देने के लिए भी तुम्हारे पास नहीं है फिर से तुम उसी जिंदगी में लौट जाओगे कोई तुम्हें धोखा देगा कोई तुम्हारा फायदा उठाएगा और तुम अपने मन को ऐसे ही तकलीफ पहुंचाते रहोगे तो आंसू पोछ ने की बजाय तुम्हें मुझसे कुछ ज्ञान की बातें लेना चाहिए
जिससे तुम्हें जीवन में कोई भी धोखा ना दे सके तुम्हारी अच्छाई का कोई भी फायदा ना उठा सके याद रखना आंसू पोछने वाले तो तुम्हें बहुत मिल जाएंगे लेकिन ज्ञान और सही समझ देने वाला कभी कभी कोई इंसान मिलता है भिछु ने उसे बताया कि मैं पास ही के झरने में स्नान करने के लिए जा रहा हूँ बड़ा ही सीतल पानी है वहां का अगर तुम चाहो तो तुम भी मेरे साथ चल सकते हो यहां पर अकेले परेशान होने से अच्छा है कि तुम झरने की शीतल पानी में स्नान करो जिससे तुम्हारा दिमाग मन मस्तिष्क और तुम्हारा शरीर सब कुछ पवित्र हो जाएगा
यह सुनकर वो लड़का उस भिछु के पीछे पीछे हो लिया जंगल के बीचो-बीच रास्ता झरने की तरफ जाता था जंगल में सन्नाटा छाया हुआ था उनके पैरों तले सूखे पत्तों की चरमराने की आवाज पूरे जंगल में गूंज रही थी आज पूर्णिमा की रात थी और आसमान में चांद अपनी उजली रोशनी उस जंगल में फेंक रहा था उस रोशनी में दोनों उस झरने की तरफ बढ़ते चले जा रहे थे रास्ते में चलते-चलते उस युवक ने उस भिछु से कहा कि महात्मन आपकी जिंदगी मस्त है आपको किसी चीज की कोई परेशानी नहीं है आपको पता है कि दुनिया में कैसे-कैसे लोग बसते हैं
कितने धोखेबाज कितने मक्कार और सबसे बड़ी बात अपने लोग ही धोखा देते हैं जिनसे हम प्रेम करते हैं जिनको हम अपना मानते हैं जब उन्हीं से धोखा मिलता है तो कैसा महसूस होता है कभी-कभी तो ऐसे लगता है कि भोले और दयालु लोगों के लिए यह दुनिया नहीं बनी है ये धोखे बाजो के लिए है मक्कारो के लिए है
वही यहां पर फलते फूलते है वही आनंद से जीते हैं और हमारे जैसे लोग जो दूसरों की सहायता करते हैं दूसरों को अपना मानते हैं वह हमेशा जीवन भर दुख में रहते हैं यही जीवन की सत्यता है और यही संसार है जिसमें हमें रोज घुट-घुट कर मरना पड़ता है आपने सही किया ऐसे जिंदगी को त्याग दिया पीछे छोड़ दिया अब बस अपने में मस्त किसी से कोई परेशानी नहीं है किसी की कोई चिंता नहीं है मैं भी सोचता हूं कि मैं भी सन्यास ले लूं
छोड़ दो इस दुनिया को यह सुनकर उस भिछु ने कहा कि तुम्हें क्या लगता है सन्यासी जीवन बहुत आसान होता है भिछु ने बड़े शांत स्वर में कहा कि तुम्हें तो दो वक्त की रोटी तो शांति से मिल जाती है हमें तो कभी-कभी वह भी नसीब नहीं होती अगर भिछु मिल जाती है तो हम खा लेते हैं वरना हमें तो भूखा ही सोना पड़ता है
यही सन्यासी जीवन है हमें हमेशा नीचे सोना पड़ता है सिर्फ एक लंगोट में रहना पड़ता है चाहे कैसा भी मौसम क्यों ना हो तो यह सब तुम्हें आसान लगता है तो तुम भी सन्यासी बन जाओ युवक ने कहा कि आप कहते तो ठीक ही हैं संघर्ष तो दोनों तरफ है सांसारिक जीवन में भी और सन्यासी जीवन में भी वैसे सांसारिक जीवन भी अच्छा है लेकिन तब तक जब तक घर परिवार में सुख शांति बनी रहे
धोखा ना मिले हमारे लोग हमारा फायदा ना उठाएं हमसे झूठ ना बोले हमें धोखा ना दे तब तो जीवन जीने का आनंद होता है वरना तो जीवन नर्क हो जाता है भिछु ने कहा देखो संन्यास अपने मन से लिया जाता है जब हमारा मन कहता है कि हमें सन्यास के मार्ग पर सफलता हासिल करनी है आगे बढ़ना है तो ही सन्यासी जीवन सफल हो पाता है
लेकिन तुम अपने घर से परेशान होकर दूसरे लोगों से परेशान होकर सन्यासी बनना चाहते हो तो तुम्हारा सन्यासी जीवन भी कभी सफल नहीं होगा इससे अच्छा तो तुम सांसारिक जीवन में अगर कुछ तरीके कुछ नियम अपनाओ तो दूसरे लोग तुम्हें धोखा नहीं दे पाएंगे सबसे पहले तो यह समझो कि धोखा उन्हें ही मिलता है जो भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं
जिनका दिल जल्दी पिघल जाता है जो दूसरों को दुख में नहीं देख पाते ऐसे लोगों के साथ धोखे होने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि कोई भी आदमी अपनी परेशानी बता कर अपने को दुख में बताकर तुम्हारा फायदा उठा सकता है क्या पता वह झूठ बोल रहा हो वह दुखी होने का अभिनय कर रहा हो लेकिन आपको तो सच ही लगेगा और उसके बाद कुछ समय बाद आपको पता चलता है कि आपके साथ धोखा हो गया उसके बाद आप का मन अंदर से टूट जाता है
इसीलिए सबसे पहले बात ध्यान रखना कि किसी भी व्यक्ति को यह एहसास मत होने दो कि तुम भावनात्मक भावनात्मक रूप से कमजोर हो अंदर से तुम्हारा दिल नर्म है अगर उन्हें यह कमजोरी आपकी पता चल गई तो वह कोई ना कोई जाल रच कर आपका फायदा उठाने की जरूर कोशिश करेंगे चाहे आप अंदर से संवेदनशील हो दूसरों की मदद करने वाले हो लेकिन किसी को एहसास मत होने दो ऊपर से कठोर बने रहो जब लोगों को लगेगा कि इससे कुछ बोलने का फायदा ही नहीं है
यह आदमी कठोर है नहीं पिघलेगा तो खुद ब खुद वो लोग जो झूठे हैं जो मक्कार हैं वो आपके पास आएंगे ही नहीं वो उन्हें चुनेंगे जो उनके आसान शिकार होंगे दूसरी बात समझने की यह होती है कि हम बहुत जल्दी दूसरों पर विश्वास कर लेते हैं और हमारी जल्दी विश्वास करने की आदत ही हमें हानि पहुंचाती है 2 दिन तुम्हें किसी से मिले हुए नहीं होते है और तुम एक दूसरे के हो जाते हो एक दूसरे पर पूरा भरोसा करने लग जाते हो
और यह भरोसा तीसरे दिन टूट भी जाता है और फिर तुम्हें धोखा मिलता है और फिर तुम परेशान होते हो इसीलिए समय दो किसी भी चीज को किसी भी रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए समय की जरूरत होती है समय के साथ तुम्हें सामने वाले इंसान की अच्छाई और बुराई पता चलती है तब तुम्हें पूर्ण रूप से पता चलता है कि इंसान वास्तव में कैसा है अच्छा है या बुरा है और वह कुछ समय देने के बाद ही होता है इसीलिए जल्दी किसी पर विश्वास मत करो
अगली पहचान या अगला तरीका समझने के लिए तुम्हें ऐसे लोगों को समझना होगा जो दूसरों की चापलूसी करते रहते हैं कुछ लोगों की आदत होती है चापलूसी करने की आपके सामने आपकी बड़ाई करेंगे आपके बारे में अच्छा अच्छा बोलेंगे और आपको लगेगा कि यह इंसान कितने अच्छे हैं मेरे से कितना प्यार करते हैं लेकिन वास्तव में उनकी वह चापलूसी एक जाल होती है ताकि वह आपका दिल जीत सके और उनको चापलूसी करने का मौका तभी मिलता है जब आप दिखावा करते हैं अगर आप उनकी चापलूसी से प्रभावित ही नहीं होंगे तो कुछ समय बाद वो चापलूसी करना बंद कर देंगे
इसीलिए किसी के सामने दिखावा मत करो वरना आप तो आकर्षण के केंद्र बन जाते हो लोगों को लगता है कि शायद इसके पास बहुत ज्यादा धनसंपदा है इसीलिए इतना दिखावा कर रहा है और इसी वजह से जो लोग आपका फायदा उठाना चाहेंगे वो आपके करीब आने की कोशिश करेंगे आपके चापलूसी करने की कोशिश करेंगे अगला नियम बताते हुए भिछु ने
झरने की तरफ इशारा किया वो झरने के पास पहुंच चुके थे युवक को भी एहसास हो चुका था क्योंकि वहां पर ठंडी ठंडी हवा चल रही थी ढलान की तरफ जाते हुए भिछु ने कहा कि सांसारिक जीवन में एक बात समझने की यह होती है कि हम जिसकी सहायता कर रहे हैं चाहे किसी भी रूप में धन से शारीरिक रूप से या जिस भी अवस्था में हम किसी की सहायता कर रहे हैं
तो हमें यह ख्याल रखना चाहिए कि सामने वाला वापस कभी भविष्य में हमारी सहायता करने योग्य है कि नहीं है अगर किसी को पैसा उधार दे रहे हो तो यह समझो कि उसके पास आय का कोई साधन है कि नहीं है कल भविष्य में वह तुम्हें वापस कर पाएगा कि नहीं कर पाएगा अगर वह नहीं करेगा तो तुम्हे तकलीफ होगी तुम्हे दुःख होगा ऐसे तो इंसान करुणा वस भिखारियों को भी भीख देता है लेकिन वह गलत नहीं है
क्योंकि जो भी पैसा अपने सामने वाले को दिया है उससे आपके ऊपर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा अगर वह आपको वापस भी नहीं लौटाएगा तो| तो अगर किसी ऐसे इंसान को पैसा देना है जो कभी वापस नहीं लौटा पायेगा तो उतना ही देना जिससे तुम्हारे ऊपर जयदा दबाव न बने अगर वो वापस भी न लौटाए तो तुम्हे जयदा दुःख न पहुंचे अब तक वो दोनों झरने पर पहुंच चुके थे
दोनों ने अपने कपडे उतरे और उस झरने के शीतल पानी में कूद पड़े पानी बाहत ठंडा था उन दोनों की सारि थकन सारि उदासी पल भर में ही दूर हो गई स्नान कर लेने के बाद दोनों एक पेड़ के निचे उस झरने के सामने बैठ कर बातें करने लगे भिछु ने उसे आगे समझाते हुए कहा की शुरुआत में लोगों को नजरअंदाज करना सीखो जब तुम किसी को शुरुआत में नजरअंदाज करते हो तो जो भी लोग किसी लालच की वजह से तुम्हारे पास प्रभावित हो रहे थे उनके छटनी हो जाएगी जब तुम उनको नजरअंदाज करोगे तब को एक दो बार लोग तुम्हारे पास आने की कोशिश करेंगे
उसके बाद वो तुमसे दूरिया बना लेंगे और जो आदमी तुम्हारी इंसानियत तुम्हारी अच्छाई देखकर तुम्हारे पास आएगा वो नजरअंदाज करने के बावजूद भी तुम्हारे करीब ही बना रहेगा और यही तो एक सच्चे इंसान की पहचान होती है जो हमारे अपने होते है उनसे हम लड़ भी लेते है झगड़ भी लेते है उसके बावजूद भी वो हमारी बातों का बुरा नहीं मानते है चाहे थोड़े समय के लिए वह हमसे नाराज रहे लेकिन कुछ समय बाद फिर से हम एक हो जाते हैं और यही तो घर परिवार का मतलब होता है यही तो अपनों का मतलब होता है
इसीलिए शुरुआत में अनजान लोगो को नजरअंदाज करना सीखो इग्नोर करना सीखो ताकि धोखेबाज मक्कार लोग तुम्हारे करीब ही न आ पाएं अपने इस वार्तालाप को ख़त्म करते हुए भिछु ने अपनी आखरी बात बताते हुए कहा की ये आखरी सीख सबसे जयदा महत्वपूर्ण है सबकुछ होने बाद भी तुम्हे धोखे मिल सकते है लेकिन तुम अगर अपने आंख और कान और अपना दिमाग खोल कर रखते हो अगर तुम होश में रहोगे ध्यान करोगे तो तुम्हें इंसान की आंखें देखते ही समझ में आ जाएगा कि उसे तुमसे क्या चाहिए
तुम उसकी इच्छा और उसका स्वभाव उसकी आंखों में ही पढ़ सकते हो लोगों की आंखों में उनकी वाणी में उनके स्वभाव में उनका सब कुछ दिखाई देता है बस हम ही अपनी आंखें मूंदकर रहते हैं दूसरे लोगों से जानो उसके रिश्तेदारों से जानो उसके परिवार वालों से जानो कि वह इंसान कैसा है दूसरों के साथ उसका व्यवहार कैसा है उसकी पड़ताल करो जब किसी पर विश्वास करो ऐसे ही किसी पर विश्वास मत कर लेना
अपनी पूरी संतुष्टि करना अगर तुम किसी के साथ लंबे समय तक भरोसा करना चाहते हो किसी के साथ कोई संबंध बनाना चाहते हो कोई दोस्ती करना चाहते हो या किसी की मदद करना चाहते हो तो इन सभी परिस्तिथियो तुम्हें ये जरूर पता होना चाहिए की दूसरे लोग उस इंसान के बारे में क्या सोच रखते है इसके बाद तुम जीवन में कभी भी धोखा नहीं खाओगे और तुम्हे कभी भी धोखे की वजा से पछताना नहीं पड़ेगा इसी तरह की बातें करते हुए भिछु और वो लड़का दोनों जंगल से बाहर आ गए अपने अपने घर को चले गए|
निष्कर्ष/Conclusion
दोस्तों कभी भी किसी पर भी भरोसा करने से पहले उसके बारे में अच्छे से समझो जानो समय दो फिर भरोसा करो|